Live-news:बंगाल की खाड़ी में पैदा हुआ अभी तक का सबसे शक्तिशाली सुपर साइक्लोन, पश्चिमी बंगाल और ओडिशा खतरे में।

Live-news:बंगाल की खाड़ी में पैदा हुआ अभी तक का सबसे शक्तिशाली सुपर साइक्लोन, पश्चिमी बंगाल और ओडिशा खतरे में।

बंगाल की खाड़ी में शुरू हुआ अम्फान साइक्लोन अब सुपर साइक्लोन में बदल चुका है। अब यह तेज रफ्तार से पश्चिमी बंगाल और ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह सुपर साइक्लोन अपने उभान पर पहुंच कर पश्चिमी बंगाल और ओडिशा से जाकर टकरा सकता है। यह सुपर साइक्लोन पिछले 20 सालो में बंगाल की खाड़ी में उड़ा सबसे बढ़ा तूफ़ान है। यह तूफान उत्तर से पूर्वोत्तर की और बढ़ेगा। जहा ये बहुत अधिक नुकसान कर सकता है।


मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग के प्रमुख मिर्तुजय महापात्रा ने बताया कि यह तूफ़ान सड़क और रेल परिवहन के लिए ठीक नहीं है। इसलिए हमने सरकार से अनुरोध किया है कि इन सेवायो को रद्द करना चाहिए। पश्चिमी बंगाल के कोलकाता, मिदनापुर और आस पास के इलाकों में तूफ़ान के दौरान 100 से 110 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकते है।

मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि कि दक्षिणी तटीय उड़ीसा में हवा की गति तेज होगी। और इसकी रफ्तार बुधवार को और भी तेज हो जाएगी। यह चक्रवात दक्षिण ओडिशा के तटीय क्षेत्र तक पहचेगा तो इसकी रफ्तार 100-125 किलोमीटर तक पहुंचने की संभावना है। 

सबसे शक्तिशाली साइक्लोन

यह 1999 के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन है समुद्र में भी इसकी रफ्तार 200 से 250 किलोमीटर प्रति घंटा है।
 मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना सुपर साइक्लोन से पश्चमी बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्र में भारी तबाही मचा सकता है। यह 1999 के बाद आए सुपर साइक्लोन के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन है। 1999 में सुपर साइक्लोन से 10 हजार लोगों की मौत हुई थी।
अब देखना यह है कि मौजूदा केंद्र सरकार और ओडिशा और पश्चिमी बंगाल राज्यो की सरकार मिलकर इस तूफान का सामना कैसे करती है।

इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा की केंद्र सरकार ने मिलकर ओडिशा के फैनी तूफ़ान जिसका केंद्र पूरी था का बहुत अच्छे से मुकाबला किया था।






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