Live-news: चीन के खिलाफ पूरी रणनीति तैयार कर रहे हैं भारत के शीर्ष शीर्ष कमांडर।
Live-news: भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा एलओसी पर हुई तनातनी के कारण पैदा हुए तनाव के बीच बुधवार को भारतीय सेना के शीर्ष कमांडर की तीन दिवसीय बैठक नई दिल्ली में शुरू हो गई है। सेना प्रमुख एमएस नरवाडे इस बैठक की अध्यक्षता कर रही हैं इसमें पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन के कारण उपजे तनाव के अलावा अरुणाचल और सिक्किम में चीन की गतिविधियों पर गहन चर्चा होगी।सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सम्मेलन की अहम नीतिगत निर्णयों के लिए होता है। अप्रैल के लिए निर्धारित था, मगर COVID-19 महामारी के कारण स्थगित हो गया। अभी से 2 चरणों में आयोजित किया जाएगा, सम्मेलन का दूसरा चरण जून के अंतिम सप्ताह में शुरू होगा। भारतीय सेना का शीर्ष स्तर का नेतृत्व मौजूदा उभरती सुरक्षा और प्रशासनिक चुनौतियों पर विचार मंथन करेगा।
Live-news: भारत देगा चाइना को उसी की भाषा में जवाब
चीन के साथ भारत का सीमा पर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है लेकिन भारत अब उसे उसी की भाषा में जवाब देने के लिए तैयार हैं। चीन को भी यह बात समझनी होगी यह भारत अब बदल चुका है, और अब यह चीन से डरने वाला नहीं है। बल्कि उसे जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।Live-news: चाइना कर रहा युद्ध की तैयारियां
पूर्वी लद्दाख से खबर है कि चीन के इलाके में चीन-पाकिस्तान का युद्ध अभ्यास चल रहा था, जिसके बाद चीन ने दौलत बेग ओल्डी, गलवान नाला और पेंग्योंग लेक पर अपने 5000 से ज्यादा सिपाही टेंटों के साथ तैनात कर दिया है. भारत ने भी उतने ही तादाद में टेंट गाड़ के अपने सैनिक तैनात कर दिए हैं. 6 और 7 मई को चीन-भारत के सैनिकों के बीच पेंग्योंग लेक इलाके में झड़प भी हो चुकी है. इसके बाद से सीमा पर लगातार तनाव बना हुआ है।पूर्वी लद्दाख इलाके में भारत की सड़क और अन्य सामरिक तैयारियों को लेकर चीन परेशान है। वह चाहता है कि भारत इस इलाके में सभी तरह के निर्माण रोक दे, लेकिन भारत ऐसा करने के पक्ष में नहीं है।
Live-news:चीन ने कहा सीमा पर हालत स्थिर।
भारत से लगती सीमा पर लगातार सैनिक झड़पों के बाद एक एक तरफ तो चीन सैनिकों को बड़ी संख्या में सीमा पर तैनात कर रहा है और दूसरी तरफ वह शांति दूत बनकर तनाव को स्थिर बता रहा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत के साथ सीमा पर हालात पूरी तरह से स्थिर और नियंत्रण योग्य है दोनों देश के पास बातचीत और विचार-विमर्श करके मसलों को हल करने के लिए उचित तंत्र और संचार माध्यम भी है।लेकिन यह चीन की पुरानी नीति है जिसमें वह एक तरफ शांति की बात कहता है दूसरी तरफ उसी देश के खिलाफ अपनी सारी योजना तैयार करता है।
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