Live news: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष का हमला तेज, कहा नरेंद्र मोदी चीन की बात करने से भी डरते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सही समय पर सही कदम उठाए हैं, सरकार के समय पर लोक डाउन करने के कारण देश में लाखों लोगों की जानें बच गई, साथ ही साथ लोगो ने भी बहुत अच्छे ढंग से लॉकडाउन के नियमों का पालन किया।
लेकिन इसके साथ उन्होंने कहा कि जब से देश में अनलॉक शुरू हुआ है तब से कुछ लोग कोरोना के प्रति लापरवाह हो गए हैं, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस का सभी को सही ढंग से प्रयोग करना चाहिए। देश का कानून सभी व्यक्तियों से ऊपर है, चाहे वह गांव का प्रधान हो, प्रधानमंत्री हो या अन्य कोई व्यक्ति को जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे उन्हें सख्ती के साथ नियमों का पालन करना चाहिए।
प्रधानमंत्री के इस पूरे संबोधन में उन्होंने चाइना के बारे में एक भी बात नहीं की। जिसके बाद विपक्ष उन पर हमलावर हो गया।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक शेर के जरिए उन पर हमला किया।
तू इधर उधर की न बात कर, ये बता काफिला कैसे लूटा।
मुझे रहजनों से गिला तो है, पर तेरी रहबरी का सवाल है।
हालांकि राहुल गांधी का यह शेर गलत था असली शेर है
तू इधर उधर की न बात कर, ये बता काफिला क्यों लुटा।
मुझे रहजनों से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है।
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर निशाना साधा। ओबीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री को बोलना था चीन पे बोल गए चना पर।
साथ में ओबीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले महीने में आने वाले कई त्योहारों का जिक्र किया। लेकिन वह बकरीद को भूल गए।इस पर ओबीसी ने उन को बकरीद की पेशकी मुबारकबाद भी दे दी।
बता दें कि बकरीद अगस्त के पहले पहले सप्ताह में बनाया जाता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना चूकने पर से पीछे नहीं रही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की गलत नीतियों के कारण यह तनाव पैदा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अपने इस भाषण में गरीबों और मजदूर लोगों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पैकेज को नंबर मास तक मंजूरी दे दी है। इस योजना के अंतर्गत गरीब लोगों को 5 किलो गेहूं या चावल इसके अतिरिक्त 2 किलो दाल नंबर मार्च तक फ्री मिलेगा। इस योजना में कुल 90 हजार करोड रूपए खर्च होगा जो केंद्र सरकार उठाएगी।
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