Irrfan Khan’s Islam: actor believed that faith is about introspection, criticised practices of killing goats for ‘Qurbani’
इरफान खान की मौत से क्यों खुश है कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी।
इरफान खान जिन कि मौत से पूरा देश सदमे में है जो अपने शानदार अभिनय के कारण हमेशा जाने जाएंगे। कल मुंबई के हॉस्पिटल में उनका कैंसर के कारण निधन हो गया।लेकिन कुछ मुस्लिम कट्टरपंथी इसे अल्ला की सजा बता रहे है जो इरफान को मिली।
क्या है इसका कारण
इरफान खान शुद्ध शाकाहारी थे उन्होंने काफी मास नहीं खाया था। उनके परिवार के लोग कहते थे की उनके पठान परिवार में एक ब्राह्मण का जन्म हुआ है। उन्हे जानवरों से बहुत प्यार था इसके वे किसी के हत्या नहीं कर पाते थे।2016 में बकरी ईद के मौके पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर जब आए गए जब उन्होंने जानवरों कि कुर्बानी का खुल के विरोध किया।
ईद से पहले इरफान खान ने कुर्बानी पर अपना नजरिया दुनिया को बताया। जिसपर इस्लामिक धर्म गुरुओं ने उनको कहा की उनको मुस्लिम धर्म के बारे में किसी तरह की राय देने का कोई अधिकार नहीं है और उनको अपनी औकात में रहने की नसीहत भी दे दी। लेकिन इरफान खान अपनी बात पर हमेशा कायम रहे।
इरफान खान आतंकवाद और इस्लाम के बारे में अपनी बेबाक राय रखते थे। इसी कारण से वे हमेशा मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमेशा निशाने पर रहते थे।यहां तक कि जब 2018 में उनको कैंसर हुआ तो कट्टरपंथियों ने इसे इस्लाम के खिलाफ बोलने का दण्ड बताया।
लेकिन इरफान खान कभी दबाव में नहीं आए और ट्विटर के जरिए उन्होंने अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने इस्लाम इन कमियों के बारे हमेशा अपनी राय दी
जब उन्हें बार-बार धमकियां मिली उन्होंने कहा कि अल्लाह का शुक्र है कि मैं ऐसे देश में नहीं रहता जिसे धर्म के कट्टर लोग चलाते हैं।
कैंसर के कारण से जवाब इरफान खान जब आज इस दुनिया दुनिया में नहीं रहे तो कुछ कट्टरपंथी लोग उनकी मौत का खुशी मना रहे हैं।
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