आज से पश्चिमी बंगाल में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की शुरुवात

आज से पश्चिमी बंगाल में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की शुरुवात।


पश्चिमी बंगाल और केंद्र सरकार के बीच तनातनी अभी भी जारी है इसी के बीच राज्य के प्रवासी मजदूरों के घर पहुंचने को रास्ता साफ हो गया है, पश्चिमी बंगाल की ममता सरकार  अन्य राज्यों से 10 ट्रेनों को बंगाल में वापस आने की इजाजत दे दी है। आज मजदूरों की पहली ट्रेन पश्चिम बंगाल के मालदा शहर में पहुंचेगी। यह ट्रेन तेलंगाना से चलेगी।
 लेकिन अभी भी केंद्र कें सरकार और बंगाल सरकार में घमासान जारी है और यह तनाव तब बढ़ गया, जब गृह मंत्री अमित शाह ने ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखी और कहां की केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल की सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। पश्चिम बंगाल सरकार अपने प्रवासी मजदूरों को अन्य राज्यों से वापिस नहीं बुला रही है। इससे उनकी मुश्किले बढ़ रही है।
गृहमंत्री की इस चिट्ठी से पश्चिम बंगाल सरकार में खलबली मच गई पश्चिम बंगाल के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि गृह अमित शाह लंबे समय से चुप्पी साधे हुए बैठे थे और वह बोले तो झूठ जो लोगों को गुमराह कर रहा है केंद्र सरकार तो इन लोगों को अपने भरोसे पर छूट चुकी थी अमित शाह को पता होना चाहिए कि सांसद डेरेक ओ ब्रहन ने 10 ट्रेनों को बंगाल में लाने की इजाजत दे दी है। इससे पहले भी ममता सरकार 8000 लोगों को अन्य राज्यों से अलग-अलग तरीकों से वापस लाया जा चुका है। गृह मंत्री या तो अपनी बात सिद्ध करें या माफी मांगे।
इसके अतरिक्त बीजेपी सासंद बाबुल सुप्रियो ने ममता सरकार ने कोरोना के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया था।
पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच इस सियासी घमासान का असर यह हुआ कि ममता सरकार ने न केवल 10 ट्रेनों को राज्य में आने की इजाजत दे दी बल्कि छोटे वाहन और कारों की आवाजाही के लिए 6,000 पास भी जारी कर दिए।

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