राजेश खन्ना की बायोपिक में काम करना चाहते हैं पुलकित सम्राट, एक ही डेट में पैदा होने के अलावा कई और हैं दिलचस्प वजह https://ift.tt/37fQMYA

एक लंबे समय बाद सोमवार 8 जून को देश में जारी लॉकडाउन खोल दिया गया है। ऐसे में कई सितारे भी खुली हवा में सांस लेने घरों से निकले हैं। इस बारे में पुलकित सम्राट ने लॉकडाउन के अनुभव और आगे के ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है।
लॉकडाउन से रोजमर्रा की जिंदगी में कैसेबदलाव आए?
इसने हम सबको कुंभकर्ण बना दिया था। शुरू में मुझे लगा था कि घर पर रुकना बहुत मुश्किल होगा । वह इसलिए कि शूटिंग के दिनों में हम लोग बहुत मूवमेंट कर रहे होते हैं। जिंदगी गतिशील से गतिहीन हो जाएगी, ये कभी सपने में भी नहीं सोचा था। पिछले डेढ़ साल की ही बात करूं तो मुझे घरआने का मौका ही नहीं मिला था। मैं अपनी निजी खुशी मिलने वाली चीजें नहीं कर पा रहा था। लॉकडाउन के पीरियड में मैंने गिटार और पियानो सीखा।
आखिरी फिल्म कौन सी थी, जिसकी शूटिंग का किस्सा हमेशा जहन में रहेगा?
जाहिर तौर पर 'हाथी मेरे साथी' फिल्म। लॉकडाउन नहीं होता तो अभी वह फिल्म रिलीज हो चुकी होती। उसकी शूटिंग के दौरान वन जीवन को नजदीकी से देखने का मौका मिला। जंगलों में जाकर ही फिल्म की शूटिंग की थी। रोज शाम5 बजे हम कलाकारों को वार्निंग मिलती थी कि हाथियों का झुंड आने वाला है। फटाफट पेकअप करें। मैंने या किसी और ने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा होगा कि सिर्फ 10 मिनट में सैकड़ों लोगों का क्रू पूरा सेटअप उठाकर एक जगह से दूसरे जगह चला जाता हो। ऐसा इस फिल्म के दौरान होता था। पूरी टीम महज10 मिनट में स्पॉट से दूसरे स्पॉट पर चली जाती थी।
क्या फिल्म किसी असल वन रक्षक पर बनी है?
जी हां। ये 55 साल के एक ऐसे इंसान की कहानी है, जिन्होंने लाखों पेड़ अकेले अपने जीवन के कई बरस देकर उगाए हैं। वह लोग फिर कैसे कॉरपोरेट लॉबी के खिलाफ झंडा बुलंद करते हैं, कहानी इस बारे में है। सच कहा जाए तो हम इंसानों ने जानवरों के जीवन में घुसपैठ कर रखी है।
जानवरों से इंसानी जीवन भी प्रभावित हुआ है?
जी हां, सुना करता था कि मरीन ड्राइव के समंदर में डॉल्फिनभी होती है। मगर मैंने वहां सिर्फ प्लास्टिक, कचरे के कुछ और नहीं देखा है। कोरोनावायरस तो अब हमारी जिंदगी की वाट लगा रहा है, मगर इससे पहले हम खुद अपनी वाट लगा चुके हैं। हमने अभी भी सीख नहीं ली तो न जाने कौन-कौन से वायरस निकल कर सामने आएंगे और हमारी वाट लगाएंगे।
शूटिंग कब से शुरू होगी?
मेरे ख्याल से वक्त तो लगेगा। लॉकडाउन के पीरियड में जैसा हमने देखा कि सख्त नियम होने के बावजूद लोगों ने उसका पालन पूरे तरीके से किया नहीं। मेरे ख्याल से ग्रोसरी लेने अगर आप जा रहे हैं तो एक परिवार से एक आदमी जाइए। दुकानों में जो मार्किंग की हुई है वहीं से खरीदारी करें। बहुत दुख हुआ था जब कुछ लोगों ने डॉक्टरों पर पत्थरबाजी की थी। अब उम्मीद करता हूं कि कुछ सुधार लोगों के रवैया में हुआ होगा।
मुंबई में किन लोगों के सतत संपर्क में आप रहे?
निरंजन से वीडियो कॉल पर बातें होती थी। अली फजल से वीडियो कॉल पर ही बात करते थे हम लोग। अब तो यकीनन लॉकडाउन के बाद हम सबों का मिलना जुलना बातें करना बदलकर रह जाने वाला है।
किस व्यक्ति की बायोपिक करना चाहते हैं?
मैं मजे की बात बताऊं। मेरा और राजेश खन्ना जी का बर्थडे एक ही दिन 29 दिसंबर को है। हाथी मेरे साथी में जो कैरेक्टर में प्ले कर रहा हूं, वह पुरानी वाली फिल्म में राजेश खन्ना जी के किरदार से मिलता-जुलता है। मेरे लिए काफी खुशकिस्मती और गर्व की बात होगी कि मैं कभी राजेश खन्ना को स्क्रीन पर प्ले कर सकूं, जिनकी वजह से इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार टर्म सबसे पहले क्वाइन हुआ था। उनसे पहले कोई सुपरस्टार नहीं था हमारी इंडस्ट्री में।
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